विश्व पर्यावरण दिवस पे एक्सप्रेशंश  इन लैंग्वेजेस एंड आर्ट्स फाउंडेशन ने लाइफ  एंड एन्वायरमेंट विषय पर एक राष्ट्रीय वेबीनार का किया आयोजन


जीवन एवं पर्यावरण पर जल जीवन एवं मनुष्य की चर्चा 
लखनऊ  , एक्सप्रेशंश  इन लैंग्वेजेस एंड आर्ट्स फाउंडेशन  जून 5, 2020


विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में एक्सप्रेशंश  इन लैंग्वेजेस एंड आर्ट्स फाउंडेशन ने  पांच जून 2020 को लाइफ  एंड एन्वायरमेंट विषय पर एक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया । प्रोफेसर रवीन्द्र प्रताप सिंह के  अध्यक्षीय भाषण  एवं   पर्वायवरण एवं जीवन पर उनके  अंग्रेजी  कविता  पाठ  से प्रारम्भ यह आयोजन विभिन्न विद्वानों एवं पर्यावरण कर्मियों के विमर्श के साथ समाप्त हुआ।



 


रिसोर्स पर्सन जाने माने शिक्षाविद एवं पर्यावरण अध्येता प्रो रवि खरे तथा डॉ एस आर सिंह ने जीवन , जलवायु एवम् मानवता के विविध आयामों पर प्रकाश डाला । कुछ तकनीकी कारणों से डॉ एस आर सिंह का व्याख्यान बीच में अवरुद्ध हो गया।
प्रो रवि खरे ने ओजोन लेयर की उत्पत्ति एवं महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए बताया की यह पृथ्वी पर जीवन के लिए कितनी महत्वपूर्ण है उन्होंने विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों की चर्चा करते हुए कहा की पृथ्वी को बचने के लिए प्रत्येक  व्यक्ति की जिम्मेदारी है। उन्होंने  वैदिक पाठों , अर्थशास्त्र एवं अन्य सांस्कृतिक आयामों की भी चर्चा की, तथा अपने व्याख्यान का समापन गांधीजी और उनके पर्यावरण संबंधी विचारों पर समाप्त किया।



 
मुख्य वक्ताओं के अतिरिक्त  उक्त कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ की अंग्रेजी की शोध छात्र सुश्री अनुकृति  राज , डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की अंग्रेजी  विषय की शोध छात्रा सुमेधा  सुमेधा द्धिवेदी एवं  सांस्कृतिक ग्रन्थ एवं पर्वायवरण के विद्वान एवं संस्था के सचिव   कुलवंत सिंह ने भी पर्यावरण के क्षेत्र में अपने शोध को साझा किया। अनुकृति राज ने अपने व्याख्यान ने विविध प्रकार के प्रदूषणों एवं उनसे उत्पन्न खतरों की चर्चा करते हुए , साहित्य में इनके निरूपण पर प्रकाश डाला।
 सुमेधा  द्धिवेदी  ने लोक संस्कति में बारहमासा के विशेष सन्दर्भ  में पारिस्थितिकी  , जलवायु एवं पर्यावरण की चर्चा किया। उन्होंने अपने शोध के समय पारसी जीवन के विविध पक्षों का अध्ययन करते समय पारिस्थितिकी एवं जैव सामाजिक परिदृश्य को पर्यावरण के परिपकेश्य में देखा है।
आयोजन सचिव डॉ मोहम्मद तारिक़ ने बताया की इस कार्यक्रम में देश विदेश के लगभग 393 लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया था। डॉ तारिक़ ने बताया की एक्सप्रेशंस इन लैंग्वेजेज एंड आर्ट्स फाउंडेशन ने ज्ञान को समाज से जोड़ने हेतु अभी कई आयोजनों पर विमर्श कर रहा है।



आयोजन सचिव श्री वैदूर्य जैन ने बताया की एक्सप्रेशंस इन लैंग्वेजेज एंड आर्ट्स फाउंडेशन ने  कोरोना काल में जन सामान्य तक उत्कृष्ट जानकारी प्रेषित करने हेतु निरंतर अपने चैनलों एवं सोशल मीडिया माध्यमों से सक्रिय है , और आगामी पखवाड़े में कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसने प्रख्यात कवियों , एवं आर्टिस्ट के लिए अपना पोर्टल खोल रखा है।  कवि, संस्कृतिकर्मी एवं लेखकगण अपने वीडियो एवं ऑडियो संस्था को विचारार्थ प्रेषित कर सकते हैं।  
फाउंडेशन के सेक्रेटरी श्री कुलवंत सिंह ने देश विदेश से ऑनलाइन ज्वाइन किये अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।


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